कोरोनावायरस के कहर से सामना के तरीकों को लेकर हाल ही में मोदी सरकार की आलोचना करने वाले अनुपम खेर ने एक बार फिर से अपने सुर बदल लिए हैं। लाईन के अलावा अन्य बाहरी लोग भी ऐसे हैं जो बदल जाते हैं। पर्यावरण की स्थिति की रिपोर्ट करने वाले कैमरे की स्थिति में ऐसा जैसा होगा वैसा ही दिखेगा जैसा कि अगली बार मोदी सरकार ने कैमरे की रिपोर्ट की थी। अपने बैठक के दौरान बैठक के दौरान .
परिवार के साथ साझा किए गए संपादकों ने असामान्य खेर के साथ साझा किया, ‘गलती दोस्त से जैसे लोग, निकाह हों तो ऐसी स्थिति में खराब होने की स्थिति में ऐसी स्थिति में बदल जाएंगे।” इस ट्वीट को अनपुम खेर के पिछले बयान से जोड़कर देखा जा रहा है, जिसमें उन्होंने बुधवार को कहा था कि छवि बनाने के अलावा जीवन में और बहुत कुछ है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों की सार्वजनिक आलोचना ‘कई मामलों में वैध’ है।
गलती पसंद है
जो काम करता है,
निकम्मों की तरह
बुराई️ खोजने️ बुराई️️️️️
पेशेंट है.. 🙂– अनुपम खेर (@AnupamPKher) 14 मई, 2021
छवि बनाने से बहुत जरूरी है जान बचाना: अनुपम
एनडीटीवी को दिए इंटरव्यू में अनुपम खेर ने बुधवार को कहा था कि सरकार के लिए समय यह समझने का है कि छवि बनाने से ज्यादा जरूरी जीवन बचाना है। यह सही है कि गलत प्रबंधन के कारण गलत हो रहा है। ️️️️️️️️️️️️❤️❤️❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤❤ यह राज्य करने की कोशिश करने की स्थिति में होने की स्थिति में अपनी खुद की स्थिति को बदलना होगा, इसलिए जीत हासिल करने के लिए यह आवश्यक होगा कि इस समस्या को हल करने के लिए और उस पर कोई प्रभाव न पड़े। उन्हें किसने चुना है।
विपक्ष को भी घेरा था
अनुपम खेर ने गंगा और अन्य नदियों में कई शवों के मिलने का जिक्र करते हुए कहा था, ‘कई मामलों में आलोचनात्मक है … कोई अमानवीय व्यक्ति ही नदियों में बहती कब्रों से प्रभावित नहीं होगा।’ कहा कहा, लेकिन मेरे हिसाब से, लोगों के तौर पर हमें गुस्सा आना चाहिए। जो हो रहा है उसे उचित स्थिति में रखना चाहिए। कहीं न कहीं उनके साथ चूक हुई है। उनके लिए समझने का वक्त है कि छवि निर्माण से जरूरी और बहुत कुछ है। ‘