पूर्व सीएम और भाजपा के वरिष्ठ नेता त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि कोरोनाइरस भी एक प्रजाति है। उसे भी जीने का अधिकार है। हम पीछे पड़े हैं तो वह भी बार बार रूप बदल रहा है। सोशल मीडिया पर कार्यक्रम आयोजित करने के बाद ये कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
सोशल मीडिया पर कह रहे हैं कि वे एक गाने के साथ हैं। चेचक भी एक प्रजाति है और हम भी। हम अपने आप को बुद्धिमान बनाते हैं। लेकिन वो प्रजाति अज्ञात है। उसे भी अधिकार है। हम काम करते हैं। विदाउट है। रूपांतर है। बहुरूपिया हो गया है। इसलिए वायरस से दूरी बनाकर चलना होगा। तू भी चलता रहता है और हम भी चलते रहते हैं। बस, तेज गेंदबाज़। इसलिए वह पीछे छूट जाए। हमे वो भी एक जीवन है। अपने जीवन को बचाने के लिए वे तमाम रूप बदल रहे हैं।
पूर्व कार्यक्रम का प्रसारण कार्यक्रम, अभियान अभियान गंभीर भी हैं. लेकिन त्रिवेंद्र समर्थकों का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री ने लोगों को कोरोनावायरस से बचने के लिए आगाह किया है।
जोशी, हरक और त्रिवेंद्र के बीच यात्रा कार्यक्रम की तीर
त्रिवेंद्र सिंह रावत के कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी को अनुभवहीन बताए जाने के बयान के बाद कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत जोशी के बचाव में उतर आए। हरक सिंह ने जोशी को अनुभवी नेता बताया और साथ ही तंज किया कि इस समय एक-दूसरे को नीचा दिखाने का नहीं है। जोशी के सुर से सुर मिलाते हुए हरक सिंह ने तूफान की हवा में गड़बड़ी की। हरक का यह कार्यक्रम सोशल मीडिया पर कार्यक्रम है।
एक दूसरे पर बयानी तीर छोड़ रही सत्तारूढ़ पार्टी के दिग्गज नेताओं के इस रवैये पर आम आदमी पार्टी के प्रभारी दिनेश मोहनिया भी निशाना साधने से नहीं चूके। सोशल मीडिया पर रायशुमारी की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत मंत्रियों की आपसी लड़ाई से फुर्सत मिल जाए तो प्रदेश में को विभाजित की भयावहता पर भी कोई नजर डालें। आपसी हिसाब चुकता करने को बहुत समय मिलेगा। अभी प्रदेश की जनता को बचाने के लिए है।
जोशी को पश्चिमी कार्यक्रम के कार्यक्रम के दौरान सोशल मीडिया पर प्रसारित होने वाले हरक सिंह रावत का कार्यक्रम कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें गणेश जोशी अनुभवी नेता ने बताया। त्रिवेंद्र का नाम लिए बिना उन्होंने नसीहत भी दे डाली कि इस तरह की टीका टिप्पणियाँ न करें तो बहुत अच्छा। यह एक-दूसरे को नीचा दिखाने व एक दूसरे की टांग खींचने का अवसर नहीं है। ऐसे समय में हम एक दूसरे की मदद नहीं करेंगे और राजनीति देखेंगे तो इससे नीचता का काम कोई नहीं हो सकता है।
जोशी के बयान का समर्थन करते हुए उन्होंने भी कहा पहले जो कोरोना आया था, हमारी तैयारी थी, उसमें डिफ़ॉल्ट हुई है। हम तैयारी कर रहे हैं। हमने यह सोचा नहीं था, इस विकराल रूप में अचानक बीमारी फिर से आ जाएगी। सबने सोचा कि अब बिल्कुल ठीक हो गया। पहली बार जनसभाओं को करने से। इसी तरह कार्यक्रम चल रहा है। जनसभाओं में उमड़ने लगे। हरक सिंह के इस बयान को जहां जोशी के आरक्षण के रूप में देखा जा रहा है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत पर कटाक्ष भी माना जा रहा है।