कोरोनावायरस के दूसरे तनाव ने तबाही मचा दी है। हर रोज कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा बढ़ रहा है। पूरे देश में तबाही का मंजर है। ऐसे में डॉक्टर्स के लक्षणों के बाद ही कोरोना का इलाज कर रहे हैं। अब नए प्रोटोकॉल के प्रकिर कोरोना टेस्ट की पॉजिटिव रिपोर्ट की जरूरत नहीं है। एक्सपर्ट का कहना है कि यदि लक्षण लक्षण की पहचान के बाद ही रोगी को सही इलाज मिल जाए तो जान बच सकती है। ऐसे में कोरोना के लक्षणों की पहचान करना सबसे जरूरी है। वैसे तो आमतौर पर कोरोना के लक्षणों में लोगों को बुखार आ रहा है, लेकिन कई लोग बुखार नहीं आने के बाद भी पॉजिटिव पाए जा रहे हैं। ऐसे में आप इन लक्षणों से भी कोरोना के होने का पता लगा सकते हैं।
खाँसी आना- कई लोगों को स्म और वायरल फ्लू होने पर भी खांसी आती है। ऐसे में ये जान पाना मुश्किल हो जाता है कि कहीं ये कोविड का लक्षण तो नहीं है। डॉक्टर्स का कहना है कि कोरोना में लगातार खांसी आती है। ऐसे में आपको कोरोना मानकर इलाज करवाना चाहिए।
सांस में तकलीफ- अगर आपको दर्द से जुड़ी किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हो रही है तो ऑक्सीमीटर से ऑक्सीडियम चेक कर लें। अगर ब्लड ऑक्सीजन 94 से नीचे आया तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। कोरोना में कई लोगों को सांस में तकलीफ हो रही है। खासतौर से अस्थमा से पीड़ित रोगियों को इस बात का सबसे ज्यादा ध्यान रखना है।
लाल आंखें- अगर आपकी आंखें हल्की लाल या गुलाबी हो गई हैं में किसी तरह का लालपन, सूजन या आंख से पानी आता है तो ये भी एक लक्षण हो सकता है।
छाती में दर्द- छाती में दर्द भी कोरोना का एक गंभीर लक्षण है इसमें रोगी को तुरंत अस्पताल में एडमिट किया जा रहा है। अगर आपको ऐसा महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
स्वाद और गंध जाना- गंध और स्वाद जाना भी कोरोना का महत्वपूर्ण लक्षण है। ये लक्षण बुखार आने से पहले भी दिख सकते हैं। ये लक्षण रिकवरी के बाद बहुत लंबे हैं
समय तक रह सकता है।
थकान और कमजोरी कोरोना में रोगी को बहुत थकान और कमजोरी भी रहती है। हालांकि किसी दूसरे कारण से भी थकान हो सकती है, लेकिन कोरोना में ज्यादा थकान बनी रहती है।
गले में खराश- अगर आपको गले में खांसी और खराश की शिकायत है तो ये कोरोना का लक्षण हो सकता है। ये नॉर्मल खाँसी ये थोड़ा अलग होगा।
डायरिया- अगर आपका जी मिचला रहा है या डायरिया की शिकायत है तो ये कोरोना का लक्षण हो सकता है। इसमें पेट में ऐंठन और उल्टी हो सकती है।
जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द- कोई लोगों को मांसपेशियों और जोड़ों में भी दर्द रह सकता है। खासतौर से बुजुर्गों में ये लक्षण देखे गए हैं। ऐसा तब होता है जब वायरस टिश्यू और सेल्स पर हमला करता है।
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