खबरी, अमर उजाला, वाराणसी
द्वारा प्रकाशित: उत्पलपलकांत
अपडेट किया गया सोम, 17 मई 2021 12:55 AM IST
सर
बीएचयू के मौसम वैज्ञानिक प्रो. मनोज श्रीवास्तव ने मुंबई में ताउते के बाद के पंखे के बाद चलने में सक्षम होने के साथ-साथ यह भी देख रहा था। हवा में तेज होने के साथ ही हवा भी तेज होती है।
वसंत के मौसम में एक बार फिर से स्थापित हो रहा है। केरला, कर्नाटका के संपर्क में आने के कारण यह अपडेट हो रहा है। इस वजह से अगले दो तीन दिनों में तूफान के असर से तेज हवा के साथ बूंदाबांदी की भी संभावना बनी हुई है। गर्मी के मौसम में अन्य गतिविधियों में तीखी होने के साथ-साथ अधिक मात्रा में भी होते हैं।
पैरा 42 स्वीकृत किया गया। वीक के मौसम में मिजाज में परिवर्तन की गर्मी में यह भी देखा गया था। तापमान में आने के दौरान ही उन्हें टेस्ट किया जाता था, जब वे तापमान में गर्म होते थे तो उन्हें गर्म तापमान में ही पेश किया जाता था।
दो से एक बार फिर से बढ़ रहे हैं। और इस तरह की ऊर्जा भी 40 प्रतिशत निर्णय लिया गया था, जैसा कि यह निर्णय लिया गया था और 42.0 प्रतिशत सामाजिक रूप से बदल दिया गया था। ️️️️️️️️️️️️️️️️️
बीएचयू के मौसम वैज्ञानिक प्रो. मनोज श्रीवास्तव ने मुंबई में ताउते के साथ चलने के बाद असर मिलिंग में। हवा में तेज होने के साथ ही हवा भी तेज होती है।
बीएचयू के मौसम मंत्री प्रो. मनोज श्रीवास्तव ने कहा कि पूर्वावं में 15 से 20 जून के बीच में आने के बाद सक्रिय हो जाते हैं। इस बार केरल के आसपास के क्षेत्रों में भी ऐसा ही देखा जा रहा है। आने वाला समय संभावित है। इस बार भी अच्छी हो सकती है।
कटि
वसंत के मौसम में एक बार फिर से स्थापित हो रहा है। केरला, कर्नाटका के संपर्क में आने के कारण यह अपडेट हो रहा है। इस वजह से अगले दो तीन दिनों में तूफान के असर से तेज हवा के साथ बूंदाबांदी की भी संभावना बनी हुई है। गर्मी के मौसम में अन्य गतिविधियों में तीखी होने के साथ-साथ अधिक तापमान भी।
पैरा 42 स्वीकृत किया गया। वीक के मौसम में मिजाज में परिवर्तन की गर्मी में यह भी देखा गया था। तापमान में आने के दौरान ही उन्हें टेस्ट किया जाता था, जब वे तापमान में गर्म होते थे तो उन्हें गर्म तापमान में ही पेश किया जाता था।
दो से एक बार फिर से बढ़ रहे हैं। और जिस तरह की ऊर्जा भी 40 प्रतिशत थी, वह निर्णय लिया गया था, जैसा कि निर्णय लिया गया था और 42.0 निर्णय लिया गया था।
20 नवंबर के लिए
बीएचयू के मौसम वैज्ञानिक प्रो. मनोज श्रीवास्तव ने मुंबई में ताउते के साथ चलने के बाद असर मिलिंग में। हवा में तेज होने के साथ ही हवा भी तेज होती है।
बीएचयू के मौसम मंत्री प्रो. मनोज श्रीवास्तव ने कहा कि पूर्वावं में 15 से 20 जून के बीच में आने के बाद सक्रिय हो जाते हैं। इस बार केरल के आसपास के क्षेत्रों में भी ऐसा ही देखा जा रहा है। आने वाला समय संभावित है। इस बार भी अच्छी हो सकती है।
.
Source link
Like This Article? Share it
-
Click to share on Facebook (Opens in new window)
-
Click to share on WhatsApp (Opens in new window)
-
Click to share on LinkedIn (Opens in new window)
-
Like this:
Like Loading...
Related