न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
द्वारा प्रकाशित: गौरव पाण्डेय
Updated Sat, 08 मई 2021 05:23 PM IST
सार
सर्वोच्च न्यायालय ने शनिवार को पूरे देश में मेडिकल ऑक्सीन की उपलब्धता और वितरण के आंकलन के लिए एक 12 सदस्यीय टास्क फोर्स का भुगतान किया है। यह टास्क फोर्स वैज्ञानिक, तर्क और समानता के आधार पर आंकलन करेगा और अपनी अनुशंसा अदालत को सौंपेगी।
देश इस समय कोरोनावायरस संक्रमण की दूसरी लहर से जूझ रहा है। संक्रमण की तेज दर के साथ देश में ऑक्सीजन की कमी ने स्थिति और गंभीर कर दी है। देश में ऑक्सीजन की मांग और वितरण को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार को बड़ा फैसला लिया। जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की शीर्ष वाली सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने अपने आदेश में एक सदस्यीय राष्ट्रीय टास्क फोर्स का गठन करने का आदेश दिया है। यह टास्क फोर्स पूरे देश में ऑक्सीजन की जरूरत और वितरण का आंकलन और सिफारिश करने का काम करेगा।
बता दें कि यह टास्क फोर्स को विभाजित के इलाज के लिए आवश्यक दवाओं की समान और उचित उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सुझाव भी करेंगे और महामारी के कारण पैदा हुए अन्य मुद्दों के समाधान पर भी सुझाव देंगे। सूत्रों के अनुसार सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों ने टास्क फोर्स के सभी सदस्यों से व्यक्तिगत रूप से बात की है। माना जा रहा है कि एक सप्ताह के अंदर यह टास्क फोर्स काम शुरू कर देगा। टास्क फोर्स अपनी रिपोर्ट केंद्र औक अदलत के पास जमा करेंगे लेकिन इसकी सिफारिशें सीधी सुप्रीम कोर्ट को भेजी जाएंगी।
जानकारी के अउर शीर्ष अदालत ने केंद्र सरार को निर्देश दिया है कि वह आवश्यक सहायता उपलब्ध कराए और कहा कि सभी हिस्सेदार (राज्य सरकार से अस्पतालों के बारे में) हर हालत में सहयोग करें। इस टास्क फोर्स कीनर्स अवधि छह महीने निर्धारित की गई है। इसके अगुवाई पश्चिम बंगाल यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज के पूर्व वाइस चांसलर डॉ। भाबतोष बिस्वास करेंगे। उनके साथ टास्क फोर्स में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल के चेयरपर्सन और प्रबंध निदेशक डॉ। नरेश टंडन को भी जगह दी गई है।
विस्तार
देश इस समय कोरोनावायरस संक्रमण की दूसरी लहर से जूझ रहा है। संक्रमण की तेज दर के साथ देश में ऑक्सीजन की कमी ने स्थिति और गंभीर कर दी है। देश में ऑक्सीजन की मांग और वितरण को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार को बड़ा फैसला लिया। जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की शीर्ष वाली सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने अपने आदेश में एक सदस्यीय राष्ट्रीय टास्क फोर्स का गठन करने का आदेश दिया है। यह टास्क फोर्स पूरे देश में ऑक्सीजन की जरूरत और वितरण का आंकलन और सिफारिश करने का काम करेगा।
बता दें कि यह टास्क फोर्स को विभाजित के इलाज के लिए आवश्यक दवाओं की समान और उचित उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सुझाव भी करेंगे और महामारी के कारण पैदा हुए अन्य मुद्दों के समाधान पर भी सुझाव देंगे। सूत्रों के अनुसार सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों ने टास्क फोर्स के सभी सदस्यों से व्यक्तिगत रूप से बात की है। माना जा रहा है कि एक सप्ताह के अंदर यह टास्क फोर्स काम शुरू कर देगा। टास्क फोर्स अपनी रिपोर्ट केंद्र औक अदलत के पास जमा करेंगे लेकिन इसकी सिफारिशें सीधी सुप्रीम कोर्ट को भेजी जाएंगी।
जानकारी के अउर शीर्ष अदालत ने केंद्र सरार को निर्देश दिया है कि वह आवश्यक सहायता उपलब्ध कराए और कहा कि सभी हिस्सेदार (राज्य सरकार से अस्पतालों के बारे में) हर हालत में सहयोग करें। इस टास्क फोर्स कीनर्स अवधि छह महीने निर्धारित की गई है। इसके अगुवाई पश्चिम बंगाल यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज के पूर्व वाइस चांसलर डॉ। भाबतोष बिस्वास करेंगे। उनके साथ टास्क फोर्स में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल के चेयरपर्सन और प्रबंध निदेशक डॉ। नरेश टंडन को भी जगह दी गई है।
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