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इससे पहले दिन में भाजपा और राजग विधायक दल के नेता चुने गए सरमा ने राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात की और उन्हें गठबंधन के नवनिर्वाचित विधायकों की सूची सौंपी।
श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र में सोमवार को दिन में 12 बजे राज्यपाल सरमा को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाएंगे। हालांकि, सरमा के साथ शपथ लेने वाले कलाकारों के नाम या संख्या की जानकारी नहीं मिल पाई गई है।
राजभवन में निवर्तमान मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल, केंद्रीय कृषि और ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह, असम गण परिषद के नेता अतुल बोरा और केशव महंत और यूपीपीएलएल के नेता प्रमोद बोरो सहित अन्य नेता मौजूद थे।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री पद को लेकर लग रही अटकलें भी खत्म हो गई हैं क्योंकि सोनोवाल और सरमा दोनों को दावेदार माना जा रहा था। भाजपा नेतृत्व ने दोनों नेताओं को इस मुद्दे पर चर्चा के लिए शनिवार को दिल्ली बुलाया था और इस तरह की संभावना है कि सोनोवाल को केंद्र सरकार – स्थान मिलेगा।
विधायक दल के नेता के रूप में सरमा का नाम पेश करने वाले सोनोवाल ने कहा कि नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस (नेडा) के संयोजक सरमा मेरे लिए छोटे भाई के समान हैं। मैं उन्हें इस नई यात्रा के लिए शुभकामनाएं देता हूं। वहीं, सरमा ने कहा कि उनके पूर्ववर्ती सर्वानंद सोनोवाल ‘सिक्सक ’बने रहेंगे।
सरमा ने सर्वसम्मति से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) विधायक दल का नेता चुना जाने के बाद अपने संबोधन में कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, सोनोवाल और अन्य पार्टी नेताओं के आभारी हैं, जिन्होंने राज्य के लोगों को की सेवा करने का उन्हें मौका दिया। सरमा लगातार पाँचवीं बार जलुकबैरी सीट से विधायक निर्वाचित हुए हैं।
असम की 126 सदस्यीय विधानसभा में सत्तारूढ़ गठबंधन को 75 सीटें मिली हैं। भाजपा को 60 सीटें मिली हैं जबकि उसके गठबंधन साझेदार असम गण परिषद (ओपीपी) वेली पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) को क्रमशः: नौ और छह सीटों मिली हैं।